साम्प्रदायिकता | Communalism
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साम्प्रदायिकता | Communalism

 साम्प्रदायिकता का अर्थ ‘साम्प्रदायिकता’ शब्द का साधारण अर्थ सामाजिक-धार्मिक समूह की वह प्रवत्ति है जिसके अनुसार वह अपनी सामाजिक, आर्थिक व राजनैतिक शक्ति के दूसरे ऐसे ही समूहों की तुलना में बढ़ाता है। विसेट स्मिथ के अनुसार, एक साम्प्रदायिक व्यक्ति या व्यक्ति-समूह वह है जो कि प्रत्येक धार्मिक या भाषायी समूह को एक ऐसी पथक…

मतदान व्यवहार | Voting Behaviour
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मतदान व्यवहार | Voting Behaviour

चुनावों का महत्व (Importance of Elections) चुनाव ऐसा माध्यम है जिसके द्वारा जनता अपने प्रतिनिधियों को चुनती है और किसी हद तक उन पर नियन्त्रण भी रखती है। चुनावों के महत्व अथवा ‘चुनावों के कार्यों को इस प्रकार रेखांकित किया जा सकता है : 1) जनता अपने शासकों का चयन करती है (People Elect their…

राज्यों का पुनर्गठन | Reorganization of states
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राज्यों का पुनर्गठन | Reorganization of states

 राज्यों का एकीकरण और पुनर्गठन भारतीय संघ का निर्माण दो प्रक्रियाओं के परिणामस्वरूप हुआ:-ब्रिटिश काल के दौरान प्रशासनिक विकेंद्रीयकरण और सम्राट के सत्ताधिकारों का धीरे-धीरे विस्तार उन भारतीय रियासतों द्वारा प्रभुसत्ता का (स्वेच्छा या जोर-जबरदस्ती से) समर्पण जिन पर 1947 तक ब्रिटिश सम्राट की सर्वोपरिता थी।  भारतीय रियासतों ने अपनी प्रभुसत्ता का समर्पण अपनी इच्छानुसार…

राजनीतिक दलीय व्यवस्था | Political party system
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राजनीतिक दलीय व्यवस्था | Political party system

भारत की स्वतंत्रता के पश्चात राजनीतिक दलीय व्यवस्था  भारतीय स्वतंत्रता के दौरान दलीय व्यवस्था में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस, अखिल भारतीय मुस्लिम लीग, अखिल भारतीय दलित वर्ग संघ, अखिल भारतीय अनुसूचित जाति संघ और, भारतीय साम्यवादी दल राष्ट्रीय स्तर पर प्रभावशाली थे, वहीं क्षेत्रीय स्तर पर पंजाब में अकाली दल, मद्रास में द्रविड़ मुनेत्र कषगम, पूर्व…

लोक प्रशासन का विकास (पाँच चरण)
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लोक प्रशासन का विकास (पाँच चरण)

एक शैक्षिक विषय के रूप में लोक प्रशासन के विकास का इतिहास तकरीबन 115 वर्ष पुराना है अपितु एक गतिविधि के रूप में लोक प्रशासन उतना ही पुराना है जितनी की सभ्यता। प्रशासन की जड़ें प्राचीन ग्रंथ महाभारत या रामायण से लेकर कौटिल्य के अर्थशास्त्र, मैक्यावली के “द प्रिंस” में दिखाई देती हैं। यह मुख्यता…

लोक प्रशासन और निजी प्रशासन
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लोक प्रशासन और निजी प्रशासन

अर्थ और प्रकृति के माध्यम से लोक प्रशासन और निजी प्रशासन में अंतर:- अर्थ के रूप में:-  लोक प्रशासन का तात्पर्य है सार्वजनिक प्रशासन जो सभी व्यक्तियों के लिए हो जबकि निजी प्रशासन का अर्थ है व्यक्तिगत प्रशासन जो कुछ लोगों तक सीमित है। प्रकृति के रूप में:-  लोक प्रशासन का क्षेत्र असंकुचित है जबकि…

लोक प्रशासन का महत्व
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लोक प्रशासन का महत्व

लोक प्रशासन का महत्व हमारे दैनिक जीवन में निरंतर बढ़ता जा रहा है। पिछली शताब्दी में राज्य पुलिस राज्य माना जाता था और उसका कार्य क्षेत्र सीमित था। वह केवल निषेधात्मक कार्य किया करता था।  यह निषेधात्मक कार्य थे:- न्याय प्रदान करना शांति बनाए रखना संपत्ति की रक्षा परंतु 20 वीं  एवं 21वीं शताब्दी की…

लोक प्रशासन के आयाम
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लोक प्रशासन के आयाम व दृष्टिकोण

लोक प्रशासन के प्रमुख तीन आयाम है:- 1. लोक प्रशासन एक संरचना के रूप में  2. लोक प्रशासन एक कौशल के रूप में 3. लोक प्रशासन एक संस्था के रूप में      लोक प्रशासन एक संरचना के रूप में:-   (1) पारंपरिक संरचनावादी:-  इस दृष्टिकोण के अनुसार लोक प्रशासन का अध्ययन या विश्लेषण एक…

लोक प्रशासन
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लोक प्रशासन का परिचय | अर्थ, परिभाषा , उपागम

लोक प्रशासन लोक प्रशासन दो शब्दों से मिलकर बना है। लोक व प्रशासन लोक का अर्थ है सरकार , जबकि प्रशासन शब्द लैटिन भाषा के एडमिनिस्टर शब्द से निकलता है जिसका अर्थ है किसी संस्था या वस्तु की देखभाल व सेवा करना। इस प्रकार लोक प्रशासन का अर्थ है सरकार द्वारा लोगों या नागरिकों की…

संविधान की विशेषताएँ | Features of indian constitution
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संविधान की विशेषताएँ | Features of indian constitution

भारत का संविधान अनेक दृष्टि से एक अनूठा संविधान है। उसकी अनेक विशेषताएं हैं जो विश्व के अन्य संविधान उसे अलग उसकी पहचान बनाती है। भारतीय संविधान की विशेषताओं की यदि बात की जाए तो इसे निम्नलिखित बिंदुओं में स्पष्ट रूप से देखा जा सकता है:- संसदीय तथा अध्यक्षयी प्रणाली भारत एक गणराज्य है। उसका…