| |

दलित बहुजन [Dalit-Bahujan] क्या है? भारतीय राजनीतिक चिंतन में दलित चिंतन

दलित बहुजन आधुनिक भारत में दलित बहुजन विचार एक मुख्य धारा के रूप में माना जाता है चाहे वह अधिकार, स्वतंत्रता और लोकतंत्र या वर्ग मुक्ति की एक समान बहुमुखी राजनीति में हो या सामान्य जीवन में । राजनीति में सामान्यतः दलित बहुजन को एक निर्वाचन क्षेत्र में अन्वेषित किया गया जिनके पास राजनीति की…

| |

समधर्मी परम्परा [Syncretic] व भक्ति आंदोलन का विस्तार

भक्ति आंदोलन इस्लाम पर इसके प्रभाव भक्ति आंदोलन की शुरुआत प्रेम तथा धर्म, निष्ठा पर आधारित पंथ के रूप में हुई जो कि  भगवत गीता तथा अन्य हिंदू धार्मिक ग्रंथों पर आधारित थी ये दक्षिण भारत के अलवर तथा आदियार ब्राह्मणों द्वारा रचित थे।  जहां वैष्णवचार्य और सैवसिद्धांत के शिक्षकों व प्रचारको ने इसका विकास…

| |

Leadership Ethics and Theories of Whistleblowing

Leadership Ethics राजनीतिक विज्ञान के अंतर्गत लीडरशिप एथिक्स को एक नए उपागम के रूप में देखा जाता है लीडरशिप एथिक्स को विभिन्न खंडों में बांटा माना जाता है । यहां पर तीन  प्रकार की लीडरशिप की बात की गई है जो इस प्रकार है Joanne E. ciulla  ने अपनी पुस्तक “the ethics of leadership”  मे…

| |

लोक प्रशासन का नारीवादी दृष्टिकोण

नारीवादी परिप्रेक्ष्य एक प्रमुख परिप्रेक्ष्य है जो लैंगिक आधार पर समाज में शक्ति की गतिशीलता का परीक्षण करता है तथा समाज में महिलाओं तथा पुरुषों की स्थिति व कार्यों का विश्लेषण करता है । यह महिलाओं को उचित अभिव्यक्ति तथा स्थान देने पर केंद्रित है तथा इस बात पर प्रकाश डालता है कि पुरुष तथा…

| |

पारिस्थितिक दृष्टिकोण पर फ्रेड रिग्स के विचार | Ecological Approach

द्वितीय विश्व युद्ध के पश्चात तुलनात्मक लोक प्रशासन के क्षेत्र में फ्रेड रिग्स  एक अग्रणी बुद्धिजीवी थे वह तुलनात्मक प्रशासनिक समूह की अमेरिकी सोसाइटी में अध्यक्ष थे सीएजी का कार्य तुलनात्मक लोक प्रशासन के अनुशासन को बनाए रखना तथा इसे अधिक वैज्ञानिक बनाना व इसे अधिक आलोचनात्मक विश्लेषणात्मक तथा विभिन्न सांस्कृतिक विचारों का आदान प्रदान…

| |

मानव संबंधी सिद्धांत (Human Relation Theory) एल्टन मेयो

संगठन के संबंध में मानव संबंधी सिद्धांत एक नया सिद्धांत है जो कि संगठन और प्रबंधन के मानवीय पक्ष पर जोर देता है । मानव संबंधी आंदोलन, शास्त्रीय सिद्धांतों, विशेष तौर से फेडरिक विल्सन टेलर द्वारा प्रतिपादित वैज्ञानिक प्रबंधन के आलोचना के रूप में आया था । 1920 से 1940 के दौरान की महामंदी व…

| |

नौकरशाही पर मैक्स वेबर के विचार | नौकरशाही के सिद्धांत

जर्मन समाजशास्त्री मैक्स वेबर के द्वारा नौकरशाही और औपचारिक संगठन पर दिए विचारों ने विद्वानों की कई पीढ़ियों को प्रभावित किया है वे लोकशाही मॉडल में केंद्रीय स्थान रखते हैं और सैद्धांतिक ढांचे में ही इसका अध्ययन करने का प्रयास करते हैं । वह नौकरशाही शब्द का प्रयोग और वर्णन करने वाले पहले व्यक्ति थे…

| |

वैज्ञानिक प्रबंधन [Scientific Management] फ्रेड्रिक टेलर

The Principle of Scientific Management (1911) में टेलर औद्योगिक और संगठनिक युग में वैज्ञानिक प्रबंधन की बात करते हैं । टेलर अपने लेखन का आरंभ यूनाइटेड स्टेट के प्रेसिडेंट थियोडोर रूजवेल्ट का कोट करके करते हैं कि  “हमारे राष्ट्रीय संसाधनों का संरक्षण केवल राष्ट्रीय दक्षता के बड़े प्रश्न के लिए प्रारंभिक है” ।  टेलर ने…

| |

नव लोक प्रबंध का उदय और विकास

A Public management for all seasons? By_ Christophers Hood इस लेख में नव लोक प्रबंध के बौद्धिक रूप में ज्ञात विचारों और उन विचारों की बौद्धिक सिद्धांत की चर्चा की गई है । तथा स्पष्टीकरण के साथ साथ आलोचनाएं भी हैं जो नए सिद्धांतों से विशेष रूप से इस दावे पर ध्यान दिया जाता है…

| |

नव लोक प्रशासन का उदय और विस्तार

परिचय  नव लोक प्रशासन 1960 के दशक में प्रकाश में आता है। ड्वाइड वाल्डो ने इस समय को “गंभीर हो रही और तत्कालीन समस्याओं” के रूप में परिभाषित किया । ड्वाइड वाल्डो ने उस समय के कुछ प्रशासकों को महत्वपूर्ण मुद्दों पर तथा परिवर्तनकारी विषयों पर बात करने के लिए एक सम्मेलन का आयोजन किया…