मानव संबंधी सिद्धांत (Human Relation Theory) एल्टन मेयो

संगठन के संबंध में मानव संबंधी सिद्धांत एक नया सिद्धांत है जो कि संगठन और प्रबंधन के मानवीय पक्ष पर जोर देता है । मानव संबंधी आंदोलन, शास्त्रीय सिद्धांतों, विशेष तौर से फेडरिक विल्सन टेलर द्वारा प्रतिपादित वैज्ञानिक प्रबंधन के आलोचना के रूप में आया था । 1920 से 1940 के दौरान की महामंदी व आर्थिक नुकसान होने प्रबंधन के पुराने सिद्धांतों की कमियों को उजागर कर दिया था ।

इस अवधि के दौरान जहां एक और श्रमिक संगठनों की संख्या में वृद्धि हो रही थी तो वहीं दूसरी और कार्य स्थिति में सुधार श्रमिक अधिकार एवं सामाजिक सुरक्षा की मांगों में भी बढ़ोतरी हो रही थी । इन्हीं मामलों के कारण प्रबंधकों और श्रमिकों के बीच दूरी बढ़ती जा रही थी । इसीलिए संगठन के विभिन्न समस्याओं का समाधान अधिक मानवीय ढंग से करने के लिए संचार साधन में वृद्धि की आवश्यकता थी ।

मानव संबंधी सिद्धांत संगठन को पूर्णता सामाजिक परिपेक्ष में देखता है और संगठन के कार्यकुशलता एवं श्रमिक उत्पादकता के यंत्रवादी सिद्धांतों की सीमाओं पर प्रकाश डालता है । प्रोफेसर एल्टन मायो ने इस सिद्धांत का विकास किया था इसी कारण इन्हें संगठन के मानव संबंधी सिद्धांत का पिता कहा जाता है । हार्वर्ड बिजनेस स्कूल के अपने सहकर्मियों के सहयोग द्वारा मेयो ने संगठन के क्षेत्र में अनेक प्रयोगों की श्रृंखलाएं आयोजित की ।

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एल्टन मेयो

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